*स्वावलंबी भारत के योगदान में देश का प्रत्येक युवा भागीदारी निभाएं - डॉ लक्ष्मीकांत*
*युवा जॉब सीकर नहीं जॉब प्रोवाइडर बने*
*लघु सूक्ष्म व मध्यम उद्यम में अवसर विषय पर कार्यशाला का आयोजन*
वर्तमान समय की मांग स्वावलंबी भारत आत्मनिर्भर भारत है देश का प्रत्येक युवा भारत को आत्मनिर्भर और स्वालंबी बनाने में अपना महत्वपूर्ण योगदान निभाए यह बात दयानंद महाविद्यालय में बुधवार को सूक्ष्म लघु एवं मध्यम उद्यम में अवसर पर आयोजित कार्यशाला में महाविद्यालय प्राचार्य डॉक्टर लक्ष्मीकांत ने कहीं आईसीएआई तथा करियर काउंसलिंग एंड प्लेसमेंट सेल के तत्वाधान में आयोजित कार्यशाला में संबोधित करते हुए हुए डॉक्टर लक्ष्मीकांत ने कहा कि यह कार्य तभी संभव है जब देश का प्रत्येक युवा आत्मनिर्भर बने स्वालंबी भारत के तहत देश के प्रत्येक युवा को कौशल का विकास कर अपनी क्षमता के अनुसार रोजगार के शुभ अवसर प्रदान हो इसके लिए युवाओं को भारत सरकार की विभिन्न योजनाओं का लाभ उठाते हुए रोजगार प्रदान करने वाला बनने का प्रयास करना चाहिए उन्होंने बताया कि भारत विश्व में उभरती हुई अर्थव्यवस्था बन रहा है जी-20 का सफल आयोजन भारत की विश्व में महत्वपूर्ण भागीदारी को बता रहा है कार्यक्रम के मुख्य वक्ता अध्यक्ष आईसीएआई का दिव्य सोमानी ने विद्यार्थियों को लघु सूक्ष्म और मध्यम मध्य में वर्तमान अवसर निवेश योजना स्टार्टअप एमएसएमईआइडिया हिकॉथन से संबंधित संपूर्ण जानकारियां प्रदान की का सुरेंद्र सोमानी पूर्व अध्यक्ष इकाई अजमेर द्वारा महाविद्यालय को इकाई का स्मृति चिन्ह प्रदान किया गया मंच का संचालन दीपा हरवानी ने किया कार्यक्रम की समन्वयक डा मेघना टंडन रही